Sunday, May 5, 2013

ज़िन्दगी का एहसास

ज़िन्दगी में प्यार का
प्यार में तकरार का
तकरार में चाहत का
चाहत में मोहब्बत का
अपना ही एक सिला होता है

मोहब्बत में जुदाई का
जुदाई में दर्द का
दर्द में चाहत का
चाहत में ज़िन्दगी का
अपना ही एक जज्बा होता है

जज्बातों की इस महफ़िल में
शुमार जब तुम्हारा खुमार हो
तुम्हारे खुमार से भरे पलों में
जब हर पल तुम ही तुम हो
उस हर पल का अपना एक सिला होता है

तुम्हारे खुमार में जब तुम्हारा प्यार हो
तुम्हारे प्यार में जब तुम्हारा इकरार हो
तुम्हारे साथ बिताए लम्हों में
तुम्हारी चाहत भरी निगाहों में
तुम्हारे साथ हर पल में ज़िन्दगी का एहसास होता है||
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कुछ लम्हात ज़िन्दगी के ऐसे होते हैं कि उनमें जिए जज़्बात अपने आप में एक कलाम बनते से जाते हैं| कुछ चुनिन्दा ऐसे पलों से भरी ज़िंदगी को मैंने पेश करने की कोशिश की है| यह कलाम का हर हिस्सा अपने आप में एक कलाम की तरह पढ़ा जा सकता है......ज़िन्दगी बस ऐसे ही हंसीं लम्हों से गुजरती रहे...यही इल्तेजा ऊपर वाले से है||



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